भारत सरकार ने राशन कार्ड धारकों के लिए ई-केवाईसी (इलेक्ट्रॉनिक नो योर कस्टमर) को अनिवार्य कर दिया है। इसका मुख्य उद्देश्य मुफ्त राशन वितरण में पारदर्शिता लाना और केवल पात्र लाभार्थियों तक सुविधा पहुँचाना है। अगर आपने अभी तक अपने राशन कार्ड की ई-केवाईसी नहीं कराई है, तो 30 मई 2025 की अंतिम तारीख से पहले इसे पूरा कर लें। नहीं तो, आपका राशन कार्ड निष्क्रिय हो सकता है और सरकारी योजनाओं का लाभ मिलना बंद हो जाएगा।
ई-केवाईसी क्या है और क्यों है जरूरी?
ई-केवाईसी एक डिजिटल सत्यापन प्रक्रिया है, जिसमें आपके आधार कार्ड को राशन कार्ड से लिंक किया जाता है। यह प्रक्रिया ओटीपी या बायोमेट्रिक स्कैन (फिंगरप्रिंट/चेहरा) के माध्यम से पूरी होती है। इससे सरकार को फर्जी या डुप्लिकेट राशन कार्ड वाले लोगों की पहचान करने में मदद मिलेगी। साथ ही, गरीबों को मिलने वाले मुफ्त गेहूँ, चावल, और अनाज का लाभ सही हाथों में जाएगा।
ई-केवाईसी न कराने के नुकसान
- राशन कार्ड निष्क्रिय हो जाएगा।
- मुफ्त राशन, सब्सिडी वाला केरोसिन, या अन्य योजनाओं का लाभ नहीं मिलेगा।
- भविष्य में नया राशन कार्ड बनवाने में परेशानी हो सकती है।
ई-केवाईसी कैसे करें? स्टेप-बाय-स्टेप गाइड
ऑनलाइन प्रक्रिया
- एप्लिकेशन डाउनलोड करें:
- गूगल प्ले स्टोर से “मेरा ई-केवाईसी” और “आधार फेस आरडी” ऐप इंस्टॉल करें।
- राशन कार्ड डिटेल्स डालें:
- ऐप में अपना राज्य, जिला, और राशन कार्ड नंबर चुनें।
- आधार लिंक करें:
- आधार नंबर डालें और रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर आए OTP को वेरिफाई करें।
- बायोमेट्रिक सत्यापन:
- सेल्फी कैमरे से फेस स्कैन करें या फिंगरप्रिंट दें।
- कन्फर्मेशन:
- सफल सत्यापन के बाद एक मैसेज आएगा। इसे सेव कर लें।
ऑफलाइन प्रक्रिया
- नजदीकी राशन दुकान या आधार सेंटर पर जाएँ।
- अपना राशन कार्ड और आधार कार्ड साथ ले जाएँ।
- वहाँ बायोमेट्रिक सत्यापन करवाएँ।
ध्यान रखें ये बातें
- आधार और राशन कार्ड में नाम व पता समान होना चाहिए।
- मोबाइल नंबर आधार से लिंक होना जरूरी है।
- अगर कोई गलती हो, तो तुरंत खाद्य विभाग से संपर्क करें।
निष्कर्ष
राशन कार्ड ई-केवाईसी एक सरल प्रक्रिया है, जो धोखाधड़ी रोककर गरीबों को न्याय दिलाएगी। 30 मई 2025 से पहले अपना सत्यापन जरूर कराएँ। अधिक जानकारी के लिए https://nfsa.gov.in पर विजिट करें या हेल्पलाइन नंबर 1967 पर कॉल करें।